Taxes and Government Revenue: How the Indian Government Earns Income through Taxes, Introduction of Taxation in Hindi
सरकार को अपने कार्यों को चलाने और जनता की भलाई के लिए पैसे की आवश्यकता होती है। नीचे दिए गए स्रोतों से सरकार आय प्राप्त करती है:
- सरकारी संपत्ति और जमीन: सरकार संपत्ति और जमीन को बेचकर आय प्राप्त कर सकती है। जब सरकार अपने संपत्ति और जमीन को बेचती है, तो उसे धनराशि मिलती है जिसे वह अपने कार्यों के लिए उपयोग कर सकती है।
- खनिज और लवण: सरकार खनिज (जैसे कि खनिज धातुएं और खनिज लवण) को खुदाई के माध्यम से प्राप्त करके उन्हें बेचकर आय प्राप्त कर सकती है। यह खनिज संपदा राष्ट्रीय संपदा के रूप में मानी जाती है और इससे सरकार को आय मिलती है।
- उद्योग और कारखानों की स्थापना: सरकार अपने उद्योग और कारखानों की स्थापना करके उनसे उत्पादों का निर्माण करके और उन्हें बेचकर आय प्राप्त कर सकती है। इसके माध्यम से सरकार रोजगार सृजित करती है और उद्यमियों को समर्थन प्रदान करती है।
- टैक्स: टैक्स सरकार को आय प्रदान करता है। टैक्स एक सामान्य प्रक्रिया है जिसे विभिन्न सरकारों द्वारा लागू किया जाता है। टैक्स को दो प्रकार से लगाया जा सकता है: प्रत्यक्ष कर और अप्रत्यक्ष कर।
- प्रत्यक्ष कर: इसमें सम्पत्ति कर, आयकर आदि शामिल होते हैं। ये टैक्स नागरिकों द्वारा सीधे सरकार को दिए जाते हैं और इसलिए इसे “डायरेक्ट टैक्स” कहा जाता है। सेंट्रल बोर्ड ऑफ़ डायरेक्ट टैक्सेज (CBDT) भारतीय सरकार का एक संगठन है जो डायरेक्ट टैक्स को प्रशासित करता है।
- अप्रत्यक्ष कर: यह टैक्स व्यापारियों द्वारा भुगतान किया जाता है, और उन्हीं द्वारा सरकार को भेजा जाता है। इसे “इंडायरेक्ट टैक्स” कहा जाता है और सेंट्रल बोर्ड ऑफ़ इंडायरेक्ट टैक्सेज एंड कस्टम्स (CBIC) इसे प्रबंधित करता है।
इस प्रकार, सरकार विभिन्न स्रोतों से आय प्राप्त करके अपने कार्यों को चलाती है और जनता की भलाई के लिए कार्य करती है। यह आय सार्वजनिक सुविधाओं को सुनिश्चित करने, विकास कार्यों को समर्थन करने, सामाजिक कल्याण प्रोग्रामों को चलाने और राष्ट्रीय निर्माण को बढ़ाने में मदद करती है।